Green Energy Update
दोस्तों Green Energy देश की केंद्र सरकार वर्तमान में नवीकरणीय ऊर्जा की उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देते हुए देखा जा रहा है, और अब इस श्रेणी में राज्य सरकारें भी भाग ले रही हैं। सबसे अधिक नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन राजस्थान द्वारा किया जा रहा है, और इसके बाद गुजरात, महाराष्ट्र, और कर्नाटक भी ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी हैं।
इसके अलावा, बड़े राज्यों के साथ-साथ छोटे राज्य भी नवीकरणीय ऊर्जा की महत्वता को समझते हुए उत्पादन में बढ़ोतरी करने का प्रयास कर रहे हैं। इसकी शुरुआत उड़ीसा ने की है, जिसकी घोषणा उड़ीसा ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव विशाल कुमार ने की है।
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900 करोड़ की ग्रीन एनर्जी परियोजना शुरू करेगा उड़ीसा
सबसे बड़ी खबर यह है की उड़ीसा की जनसंख्या लगभग 5 करोड़ है, और यह भारत की जनसंख्या के लगभग 3.47% को बनाती ह| राज्य में बिजली की खपत में भी लगातार वृद्धि हो रही है, जो कि जनसंख्या के अधिक होने के कारण हो सकती है। हालांकि, राज्य की 90% बिजली का उत्पादन कोयले से किया जाता है, जिससे उत्पादन में वृद्धि करने पर खर्च में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
इसी कारण सरकार ने कुछ साल पहले बिजली की दर में भी वृद्धि की थी। अब राज्य सरकार राज्य में ही नवीकरणीय (Green Energy) ऊर्जा की उत्पादन करने की योजना बना रही है| इसलिए सबकी नजरे इसपे है| राज्य के ग्रीन एनर्जी विभाग ने एकल खिड़की समिति की छठी बैठक में घोषणा की है कि वे बिजली की कीमत कम करने के लिए कदम उठाएंगे। इस घोषणा के तहत 903.41 करोड़ रुपए की नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश किया जाएगा।
इससे राज्य में पवन और सौर ऊर्जा परियोजनाएं विकसित की जाएंगी। उड़ीसा सरकार ने लक्ष्य रखा है कि वे 2030 तक 10 गीगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादक क्षमता वाले राज्य बनाएंगे। इन परियोजनाओं की शुरुआत से सरकार को अपने नवीकरणीय ऊर्जा के लक्ष्य को पूरा करने में मदद मिलेगी।
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कहा पे स्थापित की जाएगी ये परियोजना? :
दोस्तों आखिर इतनी बड़ी परियोजना कहा पे स्थापित होने वाली है इसकी बात करे तो आने वाली परियोजनाओं में कुछ परियोजनाओं की उत्पादन क्षमता अधिक हो सकती है जबकि कुछ की कम दिख सकती है। यह सभी परियोजनाएं उड़ीसा राज्य में ही स्थापित की जाएंगी। उदाहरण स्वरूप, एचपीसीएल रिन्यूएबल एंड Green Energy लिमिटेड ने उमरकोट, नवरंगपुर जिले में 48 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना को विकसित किया है, जबकि ओएनजीसी त्रिपुरा पावर लिमिटेड ने अस्तारंगा, पुरी जिले में 49.5 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना को स्थापित किया है।
इन दोनों परियोजनाओं पर कुल 881.28 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इसी दिशा में, विभिन्न स्थलों पर सौर परियोजनाएँ स्थापित की जा रही हैं। विसाका इंडस्ट्रीज लिमिटेड संबलपुर के मानेस्वर में 0.72 मेगावाट की सौर परियोजना को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा, आईटीसी खोरधा के जतनी में 0.8 मेगावाट की सौर परियोजना होगी, जबकि एएमपी एनर्जी सुंदरगढ़ जिले के कांसबहाल में 2.2 मेगावाट की सौर परियोजना स्थापित कर रही है।
इसके अलावा, ओडिशा टेलीविजन लिमिटेड खोरधा के सरुआ में 1 मेगावाट की सौर परियोजना का विकास हो रहा है। इन सभी सौर परियोजनाओं के लिए कुल 22.13 करोड़ रुपये का खर्च होगा |
निष्कर्ष और सलाह :
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FAQ:
Green Energy सेक्टर को कितने करोड़ का ऑर्डर मिला है?
Green Energy के 2 कंपनी को 900 करोड़ का ऑर्डर मिला है|